Family Sex StoriesGand Ki ChudaiHot girlMausi ki ChudaiNangi LadkiNon Veg Story

मौसी की जवान बेटी को चोदा

टीन गर्ल सेक्स कहानी मेरी विधवा मौसी की 19 साल की बेटी की चूत और गांड चुदाई की है. हम दोनों मामा के घर मिले. उसने मेरे मोबाइल में ब्लू फिल्म देख ली.

दोस्तो, मेरा नाम हेमन्त है और मैं गांव में रहने वाला एक सीधा-साधा लड़का हूं.
मैं अपने मामा के गांव में अपने परिवार के साथ रहता हूँ. यहां हमारा अलग घर था, जिसमें मैं अपनी मम्मी पापा और बहन के साथ रहता हूं.

मेरी उम्र 19 वर्ष है.
मेरे लंड का साइज़ औसत भारतीय से काफी बड़ा है और ये लम्बा व काफी मोटा है.

मैं पहले से ही सेक्स करना चाहता था लेकिन मेरी यह इच्छा पूरी नहीं हो रही थी.

यह टीन गर्ल सेक्स कहानी मेरी मौसी की जवान बेटी की है.

मेरी एक मौसी हैं. उनकी शादी के दस साल बाद ही उनके पति की मौत हो गई थी. मेरी बेचारी मौसी विधवा ‍हो गई थीं.
उनकी एक लड़की और एक लड़का था.

वो लड़की 19 साल की हो गई थी. उसका नाम सोनल था.

सोनल ज़िन्दगी के मजे लेना चाहती थी इसलिए उसने अपना एक ब्वॉयफ्रेंड बना लिया था.
वह उसके साथ सेक्स करती थी.

मौसी की लड़की सोनल को मैं भी पसंद करता था. मैं उसके साथ सेक्स की इच्छा रखता था.

एक बार मेरी मौसी राखी पर मेरे मामा के घर आयी हुई थीं.
मेरे घर से मामा का घर थोड़ा ही दूर था. मैं वहां दिन में दो तीन बार जाता था.

जब मेरी मौसी की लड़की मेरे मामा के घर आई, तो मैं बहुत खुश था.
सभी लोगों ने बाहर जाने का प्लान बनाया था कि बारिश के इस मौसम में घूमने चलेंगे.

घूमने जाने के लिए एक किराए की गाड़ी बुला ली गई थी.

लेकिन जब सब लोग गाड़ी में बैठे, तो ज्यादा लोग होने से मेरी मौसी की लड़की भी नहीं गई.
कुछ और लोग भी नहीं जा पाए क्योंकि गाड़ी बहुत छोटी थी.

मैं भी गाड़ी में नहीं बन पा रहा था इसलिए मैंने नहीं जाने की सोची, फिर सोनल भी नहीं जा रही थी तो मुझे लगा कि इसके साथ कुछ सैटिंग बैठ सकती है.

थोड़ी देर बाद मैं अपनी मौसी की लड़की सोनल को अपने घर घुमाने ले गया.

उस दिन घर पर हम दो ही जन थे.
पापा मम्मी और बहन घूमने चले गए थे.

मैंने उसे पूरा घर दिखाया और उसके लिए चाय भी बनाई.

सोनल मेरा फोन चलाने लगी.
हम दोनों ने चाय पी रहे थे.
मैं उसे अपने मोबाइल के वीडियो दिखाने लगा.

कुछ फनी वीडियो देख कर हम दोनों हंसने लगे.

मैंने जब गैलरी को टच किया तो गलती से क्रोम ब्राउज़र ओपन हो गया.
उसमें सेक्स वीडियो चली हुई थी, जो मैंने पहले चलाई थी.
उसने वो वीडियो देख ली.
मैंने जल्दी से उसे हटाया.

उसने कहा- क्यों हटा दी, चलने देते.
मैं शर्मा गया.

उसने फिर से ब्लू-फिल्म चलाने को कहा.
सोनल को मज़ा आ रहा था.
मैंने वो चला दी.

अब मुझे भी धीरे धीरे कुछ होने लगा.
मैंने अपने आपको काफी संयम में रखा था लेकिन उसने अपना हाथ मेरे लंड के ऊपर रख दिया.

अब मैं भी खुद को नहीं रोक पाया. मैं अपने मुँह को उसके मुँह के पास ले गया और उसे किस करने लगा.
सोनल भी मेरा पूरा साथ देने लगी.

मैं अपने हाथ को उसकी ब्रा पर ले गया और धीरे धीरे सोनल के मम्मों ऊपर फिराने लगा.

उसे मजा आने लगा तो मैंने उसके कुर्ते को नीचे से ऊपर उठा दिया.
वो ब्रा में आ गई.

मैंने उसको बांहों में भरा और उसकी ब्रा को पीछे से खोलने लगा.
उसने भी अपने सीने को दबा कर कसी हुई ब्रा खोलने में मेरी मदद की.

ब्रा उतरी, तो सोनल के छोटे छोटे बूब्स मेरे सामने नंगे हो गए थे.
मैंने वासना से उसकी ख़ूबसूरत जवानी को निहारा और मम्मों को दबाना शुरू कर दिया.

सोनल में मम्मे एकदम कोमल थे; मुझे उसके दूध सहलाने में बहुत मज़ा आ रहा था.
वो मुझे अपने दूध पिलाने लगी.

फिर मैंने अपना एक हाथ नीचे सोनल की गांड पर रखा और मसलने लगा.
वो सिसकारियां लेने लगी- आह अहह!

मैंने सोनल की पैंट के बटन को खोलकर उसकी पैंट उतार दी और जैसे ही पैंट अलग की, मैंने अगले ही पल उसकी चड्डी को भी उतार दिया.

उसकी चूत‌ के ऊपर एक भी बाल नहीं था.
सोनल की चूत एकदम छोटी सी थी जिसका छेद भी एकदम छोटा सा था.

कुछ देर बाद मैंने सोनल को चुदाई की पोजीशन में लिया और अपने लंड को सोनल की चूत में डालने लगा.
वो रोने लगी. उसे बहुत दर्द हो रहा था.

मैंने लंड बाहर निकाला और वैसलीन की डिब्बी ले आया.

इस बार मैंने अपने लंड के सुपारे पर वैसलीन लगाई और उसकी चूत की दरार में वैसलीन भर दी.
फिर लंड चूत रख कर अपने लंड पर और ज्यादा वैसलीन लगा ली.

अब मैंने उसकी चूत में लंड को धीरे धीरे डालना शुरू किया.
शुरू में उसे दर्द हुआ पर बाद में सोनल को मज़ा आने लगा था.

वो जोर जोर से लंड डालने के लिए कहने लगी थी.
मैं जोर जोर से लंड चूत में पेलने लगा.

मुझे भी अपनी बहन की चूत चोदने में मज़ा आने लगा.

कुछ देर बाद वो आंह आंह करके अपने बदन को ऐंठाने लगी.
तो मैंने उससे पूछा- क्या हुआ.
वो झड़ने का कहने लगी.

मैंने झट से अपने लंड को हटाया और अपने मुँह को उसकी चूत में लगा दिया.

इससे उसकी मस्ती बढ़ गई और उसने चूत उठाकर मुझे रस पिलाना शुरू कर दिया.

मुझे उसकी चूत का रस पीने में मजा आने लगा.
मुझे वो अमृत समान लग रहा था.

मैं बहुत खुश था. हालांकि मैं अभी झड़ा नहीं था.

ये मैंने सोनल से कहा.
उसने कहा- अभी कुछ देर बाद कर लेना.

कुछ देर बाद मैंने सोनल की चूचियों में अपना मुँह डाला और उसके दूध चूसने लगा.
वो मुझे अपने बच्चे की तरह दूध चुसा रही थी.

फिर मैंने सोनल की नाजुक सी कमर पर अपने हाथ फेरे और अब मैं उसकी गांड में उंगली करने लगा.
उसे अपनी गांड में उंगली करवाने में मज़ा आ रहा था.

मैंने उसे अपना लंड पकड़ा दिया.
सोनल मेरे लंड से खेलने लगी.

वो अपने ब्वॉयफ्रेंड से गांड मरा चुकी थी.
मैंने उसकी गांड में ज्यादा सी वैसलीन भरी और लंड पेल दिया.

सोनल गांड तरफ से ज्यादा खुली हुई थी.
थोड़ी सी उन्ह आह के बाद उसने मेरे लंड से अपनी गांड मरवाने का मजा लेना शुरू कर दिया.

मैंने उससे पूछा- तुमको पीछे ज्यादा दर्द नहीं हुआ, ऐसा क्यों?
वो बोली- मेरा ब्वॉयफ्रेंड गांड मारने का शौक़ीन है. उसने मेरी चुदाई की शुरुआत ही गांड मार कर ही की थी. मेरी चूत में तो सिर्फ एक बार ही लंड गया है.

मैंने कहा- तब भी चूत में तुझे ज्यादा दर्द हुआ था, ऐसा क्यों.
वो बोली- तुम बिल्कुल चूतिया हो क्या … साले अपने लौड़े का साइज़ नहीं देख रहे हो. मैंने ऐसा लंड सिर्फ ब्लू-फिल्मों में देखा है.
मैं सोचने लगा कि क्या वाकयी मेरा लंड पोर्न एक्टर बनने लायक है.

फिर मैंने बहुत देर तक उसे चोदा; टीन गर्ल सेक्स का मजा लिया.
इस दौरान मैं उसकी दो बार चूत चोदी थी और एक बार गांड मारी थी.

चुदाई के थोड़ी देर तक हम दोनों आराम करते रहे.
मैं अपनी बहन की चुदाई से संतुष्ट हो चुका था

उसके बाद मैंने सोनल से घर में ही रुकने को कहा.
वो मान गई.

कुछ देर बाद वो अपने कपड़े पहनने लगी; वो मामा के घर जाने लगी थी.

मैंने उसको किस किया और उसे मामा के घर छोड़ने चला गया.
उस दिन मैं बहुत खुश था.

थोड़े दिनों बाद मेरे एग्जाम शुरू हो गए.

एग्जाम के बाद छुट्टियां हुईं तो मैंने अपनी मम्मी से कहा कि मैं मौसी के यहां जाना चाहता हूं.
मम्मी ने मना कर दिया.

मुझे सोनल की याद आ रही थी कि अब मैं उसे कब चोदूंगा.
मैंने पापा से कहा तो उन्होंने थोड़े दिन बाद जाने का कहा.

कुछ दिन बाद मेरे पापा मुझे मौसी के घर छोड़ आए.
मैं वहां शाम को पहुंचा था.

पापा को कुछ काम था, उन्होंने उधर अपना काम किया और मुझे मौसी के घर छोड़ कर वापस घर चले गए.
मैंने मौसी के साथ खाना खाया और थोड़ी देर बाद मौसी ने बिस्तर लगाए.

मौसी का घर छोटा था, जिसमें केवल एक रूम नीचे था और एक रूम उसके ऊपर था.
ऊपर के रूम में मौसी खाना बनाती थीं और नीचे के रूम में सब सोते थे.

वहां मौसी ने मेरे और सोनल के बिस्तर तख्त पर लगा दिए, अपना और अपने बेटे का बिस्तर जमीन पर लगा लिया.

कुछ देर तक मैंने सोनल के साथ फोन देखा और जैसे ही मैंने देखा कि मौसी सो गई हैं.
मैंने सोनल को चोदना शुरू कर दिया.

मैं उसे चोद रहा था.
तभी मैंने कुछ आवाज सुनी.

मौसी ने मुझे सोनल को चोदते हुए देख लिया था.
वो जाग गई थीं.

उन्होंने कुछ नहीं कहा.
पर मेरी गांड फट गई थी.

सोनल ने ये शायद नहीं देखा था … या वो देख कर भी कुछ रिएक्ट नहीं कर रही थी.
बस उन्होंने सोनल को अपनी जगह सोने को कहा और खुद मेरे पास आकर सो गईं.

सोनल चुपचाप नीचे मौसी की जगह पर लेट गई और मौसी मेरे साथ लेट गईं.

थोड़ी देर बाद मौसी ने मेरा लंड पकड़ लिया और मेरे कान में कहा- अब दिखा मादरचोद कितना दम है तेरे लौड़े में!

मैं मौसी के मुँह से गाली सुनकर पहले तो डर गया मगर जिस अंदाज में मौसी मेरे लंड को सहला रही थीं, उससे मुझे समझ आ गया कि मौसी को भी लंड चाहिए.

मैंने समझ लिया कि ये मां बेटी दोनों रांड हैं. मैंने मौसी की चूचियों को दबाना शुरू कर दिया और उनकी गांड में उंगली चलाने लगा.
मुझे मौसी की मखमली गांड में उंगली करने में बहुत मज़ा आया.

मौसी ने मुझे छत पर चलने को कहा.
मैं छत पर चला गया.

कुछ देर बाद मौसी भी एक दरी लेकर आ गईं.
वहां मैंने मौसी को खाट पर दरी बिछा कर लेटा दिया और उनकी साड़ी ऊपर करके उनकी गांड चाटने लगा.

मौसी ने कहा- आंह चाट मादरचोद निकाल दे मेरी गर्मी … आह साले भोसड़ी के फाड़ दे मेरी गांड … आह भेनचोद मार मेरी चूत गांड दोनों आंह.

मैंने उनकी गांड में अपना कड़क लंड रखा, तो वो लंड देख कर घबरा गईं.
मैंने कहा- क्या हुआ … लंड देख कर ही गांड फट गई.
वो चुप हो गईं.

मैंने उन्हें पकड़ कर चोदना शुरू कर दिया.
वो जोर से सिसकारियां ले रही थीं- आह अह मर गई … धीरे चोद मादरचोद.

मगर मैं बिना कुछ सुने मौसी की गांड में लंड पेल कर उनको जोर जोर से चोदता गया.
उनकी चूत में बाल थे, एक त्रिभुज जैसी चूत थी.

मैंने उनकी चूत की झांटों को सहलाया और हाथ की दो उंगलियों को चूत में अन्दर गोल गोल घुमाने लगा.
मौसी को डबल मजा आने लगा था.

कुछ देर गांड मराने के बाद मौसी ने मेरा लंड पकड़ा और हिलाने लगीं.

मैंने चूत में लंड पेलने का कहा तो मौसी चूत खोल कर मेरे लंड पर बैठ गईं.
धकापेल चुदाई होने लगी.

फिर मौसी ने कहा- अन्दर माल मत निकालना, मुझे लंड चूसना है.

मैंने लंड मौसी के मुँह में दे दिया, उन्होंने मेरा सारा माल पी लिया.
मैं भी उनकी चूत का रस जैसा मजेदार माल पी गया.

मैंने रात में उनको एक बार और चोदा और मुझे मौसी बहुत अच्छी माल लगीं.

मैं अपनी मौसी के यहां 18 दिन तक रुका.
मैंने सोनल और मौसी को लगभग रोज चोदा.
अब तो मैं एक साथ उन दोनों को नंगी करके चोद लेता हूँ.

आपको मेरी टीन गर्ल सेक्स कहानी कैसी लगी, प्लीज़ मेल जरूर करें.
[email protected]

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button