Desi LadkiGandi KahaniHindi Sex StoriesHot girlNangi LadkiNon Veg StoryTeenage Girlअन्तर्वासना

होली का रंग चूत चुदाई के संग- 2

लेस्बियन सिस डर्टी मस्ती का मजा लिया मैंने होली से पहली रात को! दिन भर की मस्ती और अगले दिन होली की चुदाई की सोच सोच कर मेरे अंदर वासना भड़क गयी थी.

मेरी कहानी के पहले भाग
नयी कॉलोनी में होली के बहाने सेक्स भरी मस्ती
में आपने पढ़ा कि मैं और मेरी बहन एक नयी कॉलोनी में शिफ्ट हुए. तभी होली आ गयी.
हमने पता लगा कि यहाँ सब लड़के लड़कियां खुल कर आपस में चुदाई करते हैं होली पर!

अब आगे लेस्बियन सिस डर्टी मस्ती:

आयेशा के मुंह से उसकी चुदाई की कहानी सुनकर मेरी चूत ने भी पानी छोड़ना शुरू कर दिया.
जिस वजह से मेरा हाथ मेरी चूत तक पहुँच गया और मैंने पजामे के ऊपर से ही मेरी चूत सहलानी शुरू कर दी.

आयेशा ने देखा तो बोली- क्या हुआ मेरी जान? तेरी चूत भी पानी छोड़ रही है क्या?
मैंने कहा- हां यार, बहुत खुजली हो रही है चूत में! मुझे अभी किसी का लंड चहिये जो मेरी चूत की प्यास शांत कर सके!
तो आयेशा ने कहा- तू कहे तो तेरे दोस्तों में से किसी को बुला दूँ?

मैंने कहा- नहीं यार मैं नहीं चाहती कि किसी को मेरी असलियत पता चले. इन लोगों से मेरा दोस्ती तक का रिश्ता ही ठीक है.

यह सुनकर आयेशा ने कहा- तेरा ये दोस्ती वाला रिश्ता कल ख़त्म हो जाएगा और तू भी किसी के लंड के नीचे लेटी हुई मिलेगी.
मैंने आश्चर्य से आयेशा की तरफ देखा तो आयेशा ने कहा- ऐसे मत देख. मुझे अमन ने बताया कि वो लोग हर साल होली पर ग्रुप सेक्स करते हैं और सब लड़कियां नंगी होकर मस्ती में चुदती हैं. तो मैंने कहा- हां यार मुझे नेहा ने भी यही बोला कि कल का दिन मैं कभी नहीं भूलूंगी।

मुझे तो अभी से मज़ा आ रहा है ये सोचकर कि कल मेरी चूत में कितने लंड जाने वाले हैं.
खैर उस समय मुझे कल से ज्यादा उस समय जो मेरी चूत से पानी निकल रहा था उसकी चिंता हो रही थी.

मैंने देखा कि आयेशा किचन में कुछ काम कर रही थी.
तो मैंने सोचा कि आज इसी से काम चला लेती हूँ.

मैंने किचन में जाते ही आयेशा का पजामा उतार दिया और उसकी टीशर्ट भी उसके जिस्म से अलग कर दी.
ये सब मैंने इतनी जल्दी किया कि आयेशा को पता भी नहीं चला कि उसके साथ हो क्या रहा है.

जब उसकी टीशर्ट उतार रही थी, तभी वो बोली- अरे पागल कर क्या रही है?
तो मैंने कहा- चुप कर साली रंडी, खुद तो लंड खाए बैठी है, यहाँ मेरी चूत में आग लगाकर बोल रही है कि क्या कर रही है. अगर जरा सी भी चूँ चा की तो तेरी माँ चोद दूंगी. समझी?

मेरे मुंह से ये सब सुनकर आयेशा मेरे मुंह ताड़ने लगी.
वो यह सोच रही थी मैं उसे बोल क्या रही हूँ.
उसे मुझे ऐसे ताड़ते हुए देखकर मेरी हंसी निकल गयी.

फिर हम दोनों पहले तो बहुत हँसी, फिर थोड़ी देर बाद आयेशा ने कहा- यार, तुझे आज हो क्या गया?
तो मैंने कहा- यार पूछ मत … ये सब बकचोदी बाद में करेंगे. पहले मेरी चूत की आग शांत कर!

यह सुनते ही आयेशा ने मुझे गले लगा लिया और मुझे किस करने लगी.
हम दोनों जब भी एक दूसरे को किस करती हैं हमेशा हवसियों की तरह करती हैं.
आयेशा और मैं एक दूसरे के होंठ खा जाने की नियत से एक दूसरे को किस कर रही थी.

तभी आयेशा ने मेरी टीशर्ट और पजामा उतार दिया और मुझे नंगी कर दिया.
आयेशा को तो मैंने पहले ही नंगी कर दिया था.

अब हम दो जवान खूबसूरत लड़कियां नंगी होकर एक दूसरी के जिस्म से चिपकी हुई थी. दोनों बस एक दूसरे में समां जाना चाहती थी.
थोड़ी देर ऐसे ही चिपटे रहने के बाद मैंने आयेशा का सर पकड़कर उसे नीचे बैठा दिया.

आयेशा समझ गयी कि मैं उससे अपनी चूत चुसवाना चाहती हूँ.
उसने मेरी चूत चाटनी शुरू कर दी.

आयेशा के चूत चाटने का तरीका सबसे अलग है इसलिए मुझे आयेशा से चूत चटवाने में बहुत मज़ा आता है.
वह मेरी चूत में अपनी जीभ पूरी अन्दर डालकर मेरी चूत अपनी जीभ से चोदती है.

फिर मैंने मस्ती में आयेशा का सर अपनी चूत में दबा दिया और अपनी चूत आयेशा के मुंह पर मारने लगी.
मेरी हवस उस वक़्त तक पूरे चरम पर पहुँच चुकी थी.

फिर मैंने आयेशा को उठाया और उसे किस करने लगी.
मैंने आयेशा को अपने से ऐसे चिपका लिया था जैसे मैं उसके जिस्म को अपने जिस्म में मिला लेना चाहती थी.

तभी आयेशा ने मेरी चूत में उंगली डाल दी और मेरी चूत चुदाई उसने उंगली से ही शुरू कर दी.
अब आयेशा की स्पीड बढ़ गयी वो अब जोर जोर से मेरी चूत में उंगली कर रही थी.

फिर आयेशा ने मुझे गोदी में उठा लिया और मुझे बिस्तर पर ले जाकर पटक दिया.
वह मेरे ऊपर आकर मुझे किस करने लगी और मेरी चूत में उंगली भी करती रही.

मेरी हवस उस वक़्त सीमा पार करने लगी थी.

फिर मैंने आयेशा को कहा- तेरी उंगली से मेरी चूत की आग शांत नहीं होगी. तू एक काम कर … अलमारी से वो डिलडो निकाल ला … उससे मेरी चुदाई कर!
आयेशा ने मेरी तरफ देखा और हँसती हुई वो अलमारी से डिलडो निकाल लायी.

वो उस डिलडो को अपने मुंह में रखकर ऐसे चूसने लगी जैसे वो किसी का लंड चूस रही हो.
फिर उसने वो डिलडो अपनी चूत के ऊपर बेल्ट से ऐसे लगा लिया जैसे आयेशा को सच में लंड हो.

फिर आयेशा ने मेरे मुंह में वो डिलडो डाल दिया और मेरा मुंह चोदना शुरू कर दिया.
मुझे ऐसे लग रहा था जैसे मैं सच में किसी का लंड चूस रही थी.

फिर आयेशा ने मेरे बाल पकड़कर मेरे मुंह में जोर जोर से डिल्डो डालना शुरू कर दिया.
वो मेरे मुंह में ऐसे डिलडो डाल रही थी जैसे मैं उसके लिए कोई रंडी थी और वो मेरी क्लाइंट!

फिर आयेशा ने वो डिलडो मेरे मुंह से निकलकर मेरे मुंह पर मारना शुरू कर दिया.

इसके बाद आयेशा पीछे घूमकर खड़ी हो गयी.
मैं समझ गयी कि आयेशा मुझसे अपनी गांड चटवाना चाहती है.
तो मैंने उसके चूतड़ पकड़े और फैला दिए जिससे उसकी गांड का छेद दिखाई देने लगा.

मैंने अपना मुंह उसके गांड के छेद पर लगा दिया और जीभ से उसकी गांड का छेद चाटने लगी.
आयेशा अब झुक कर खड़ी हो गयी.

उसकी गांड में जहाँ तक मेरी जीभ जा रही थी, मैंने डालनी शुरू कर दी.
फिर मैंने देखा कि डिलडो की बेल्ट में से आयेशा की चूत दिखाई दे रही थी.
तो मैंने बेल्ट थोड़ी सी साइड में कर दी जिससे आयेशा की चूत ज्यादा दिखने लगी.

चूत दिखाई देते ही मैंने अपनी जीभ उसकी चूत में लगा दी और चाटनी शुरू कर दी.
उधर चूत में जीभ जाते ही आयेशा की हालत ख़राब हो गयी, वो बिन जल मछली की तरह तड़पने लगी और अपनी चूत को मेरे मुंह पर मारने लगी.

फिर मैंने उसकी चूत चाटनी छोड़ दी तो वो बोली- साली चूस न … कितना मज़ा आ रहा है.
तो मैंने उससे कहा- रंडी साली, अभी तो चुद कर आई है. तेरी चूत की आग कभी शांत नहीं होगी. तू पहले मेरी चूत की आग शांत कर … वर्ना तेरी बहन चोद दूंगी!

वो यह सुनकर हंसने लगी.
फिर मुझे याद आया कि आयेशा की बहन तो मैं ही हूँ, मैं खुद को कैसे चोद सकती हूँ.

हम दोनों हंसने लगी.

फिर मैंने कहा- यार हँसना बंद कर और मेरी चूत की आग शांत कर दे. वर्ना मैं हवस में मर जाऊंगी.

यह सुनते ही आयेशा ने मुझे गोद में उठा लिया और बोली- अरे मेरी जान, तुझे ऐसे कैसे मरने दूंगी. अभी तो तुझे मेरी चूत की आग को बहुत टाइम तक शांत करना है.

आयेशा ने मुझे बिस्तर पर लेटा दिया और खुद मेरे ऊपर आकर मेरे होंठ चूसने लगी.
फिर उसने डिलडो जो अपनी कमर से बांध रखा था, उसे पकड़ा और एक झटके में मेरी चूत में डाल दिया.

मैं पहले भी वो डिलडो चूत में ले चुकी हूँ तो मुझे बहुत ज्यादा असर तो नहीं हुआ.
मगर हवस की वजह से मैं जोर जोर से चीखने लगी.

थोड़ी देर तो आयेशा मेरे ऊपर लेटकर ही मुझे चोद रही थी मगर जब वो थक गयी तो वो मेरे उपर से उठ गयी.

फिर उसने मुझे घोड़ी बना दिया और पीछे से मेरी चूत में डिल्डो डाल दिया और चुदाई करने लगी.
आयेशा ने मेरे बाल पकड़ लिए और मुझे सच में किसी रंडी की तरह ही चोद रही थी.

इतने में मेरी चूत से पानी निकल चुका था.
मगर फिर भी मैं और ज्यादा चुदना चाहती थी तो मैंने आयेशा को नीचे लेटा दिया और खुद उसके लंड मतलब डिलडो पर बैठ गयी और उछलने लगी.

हम दोनों के हाथ एक दूसरी के बूब्स पर थे.
हम एक दूसरी के बूब्स दबाते हुए एक दूसरी को चोद रही थी.

थोड़ी देर बाद फिर से मेरा पानी निकल गया तो मैं एकदम निढाल होकर आयेशा के ऊपर गिर गयी और बहुत देर तक हम दोनों ऐसे ही एक दूसरी से चिपक कर लेटी रही.
फिर आयेशा ने मुझे बोला- अब हट जा मेरी जान, मुझे टॉयलेट जाना है.

तो मैं उसके पास से हट गयी, आयेशा बाथरूम चली गयी.
मगर अचानक मुझे लेटे लेटे एक आईडिया आया तो मैं आयेशा के पीछे बाथरूम में चली गयी.

मैंने देखा कि आयेशा कमोड पर बैठी हुई मूतने वाली ही थी. मैंने आयेशा को रोक दिया और जाकर अपनी चूत आयेशा के मुंह से लगा दी.

आयेशा इससे पहले कुछ समझ पाती, मैंने उसके मुंह में मूत दिया.
तो आयेशा ने अपना मुंह हटाने की कोशिश की मगर मैंने उसे हटाने नहीं दिया.
उसने भी कोशिश छोड़ दी और मेरे चूतड़ पकड़कर मुझे अपनी तरफ खींचने लगी.

मैं मज़े से आयेशा के मुंह में मूत रही थी और आयेशा मेरा मूत पीने के साथ साथ मेरी चूत भी चाट रही थी.
मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.

जब मेरा मूतना ख़त्म हो गया तो मैंने अपनी चूत उसके मुंह से हटाई.
आयेशा का मुंह मेरे मूत से भरा हुआ था जिसे उसने पी लिया.
मैंने खुश होकर उसके होंठ चाट लिये.

फिर मैंने आयेशा को कहा- मुझे भी तेरा मूत्र पीना है.
सुनते ही आयेशा जो कमोड पर बैठी हुई थी, उठ गयी.

अब हम दोनों एक दूसरी को जोरदार किस करने लगी.

मैं धीरे धीरे उसका जिस्म चाटती हुई नीचे जाने लगी.
फिर जैसे ही मैंने उसकी चूत पर जीभ लगाई, एकदम से उसके मूत की धार मेरे मुंह में आ गयी.
फिर आयेशा मेरा मुंह अपनी चूत में दबाने लगी और मैं उसका पेशाब पीने लगी.

आधे से ज्यादा मूत मेरे मुंह से बाहर निकलकर मेरे जिस्म को नहला रहा था.
मैंने अन्तर्वासना पर बहुत सारी कहानियों में पढ़ा था कि लड़का लड़की एक दूसरे का टॉयलेट पीते हैं.
बल्कि मेरी खुद की पिछली कहानी में नायिका ने यूरिन पिया था.

तो मैंने सोचा कि एक बार ये भी कोशिश करके देखते हैं कि कैसे लगता है.
और दोस्तो, यकीन मानिये … सबके साथ तो मैं कह नहीं सकती … मगर वो इन्सान जिससे आप बेइंतेहा प्यार करते हैं, उसका मूत एक बार जरूर पीकर देखना … आपको एक अलग ही रोमांच आयेगा.

आयेशा और मेरा रिश्ता तो आप सभी अच्छे से जानते ही हैं. हम दोनों एक दूसरे से कितना ज्यादा प्यार करती हैं.
तो हम एक दूसरे का मूत पीने में भी बहुत मज़ा आया था.

फिर मैंने आयेशा की चूत चाटनी शुरू कर दी.
मेरे मुंह में थोड़ा सा आयेशा का मूत भरा हुआ था तो वो मैंने उसके मुंह में डाल दिया जिसे हम दोनों ने पी लिया.

अब आयेशा और मेरा जिस्म एक दूसरे के पेशाब से नहाया हुआ था.
मतलब हम दोनों के जिस्म पर एक दूसरे का मूत लगा हुआ था.
अब हम दोनों एक दूसरे का जिस्म चाट रही थी तो मज़ा भी दोगुना आ रहा था.

तभी मैंने आयेशा की चूत में 3 उंगली एक साथ डाल दी तो वो उछल पड़ी. उसने मेरे होंठ काट लिए.
मेरे होंठ से हल्का सा खून भी आ गया मगर आयेशा पर फिर भी कोई असर नहीं हुआ, वो मेरे होंठ चूसती रही.

फिर मैंने डिलडो लिया और एक झटके में पूरा डिलडो उसकी चूत में डाल दिया.
तो एकदम से वह चीख पड़ी.
क्यूंकि भले ही आयेशा और मैंने कितने ही लंड चूत में क्यूं न लिए हों … मगर 10 इंच का डिलडो जब एक झटके में चूत में जाता है तो चीख निकल ही जाएगी.

आयेशा मुझे रोकती रह गयी मगर मैंने डिलडो उसकी चूत में अन्दर बाहर करना जारी रखा.
अब आयेशा को दर्द होना कम हो गया तो वो मुझे खुद से चिपकाने लगी.

2 मिनट में ही आयेशा की चूत ने पानी छोड़ दिया और वो निढाल होकर बाथरूम में ही लेट गयी.
मैं भी उसके बगल में लेट गयी.

लेकिन थोड़ी देर बाद हमें परेशानी होने लगी तो मैंने कहा- चल बिस्तर पर चलते हैं.
तो वो बोली- साली, हम दोनों के जिस्म पर पेशाब लगा हुआ है. पहले नहा लेती हैं, फिर चलेंगी.

फिर हमने एक दूसरे को खूब रगड़ रगड़ कर नहलाया और फिर जाकर बिस्तर पर ऐसे ही नंगी सो गयी।

लेस्बियन सिस डर्टी मस्ती पर अपने विचार अवश्य बताएं.
[email protected]
facebook: fehmina.iqbal.143

लेस्बियन सिस डर्टी मस्ती का अगला भाग: होली का रंग चूत चुदाई के संग- 3

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Check Also
Close
Back to top button

Adblock Detected

please remove ad blocker